
सोचने की बात है:- हम हर वर्ष साल के अंत में सभी को नए वर्ष की शुभकामनाये देते है,और आने वाले नए वर्ष का बेसबरी से इन्तजार करते है |लेकिन जो वर्ष बीत गया उसे तो हम बुरा कहते है और उस वर्ष के नाम का पुतला बनाकर उसे पीटते है और कहते है की यह पुराना वर्ष है |
पर जो आने वाला वर्ष है,वह हमारे लिए कैसा होगा हम नहीं जानते तो भी हम उस आने वाले वर्ष का जश्न मनाते है,और उसका स्वागत करते है | क्यों की उम्मीद पर दुनिया कायम है |
और अंत में सभी जो नए वर्ष का हार्दिक शुभकामना **
Be the first to comment